35 Indore me Ghumne ki Jagah – इंदौर में घूमने की जगह
इंदौर, मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक और औद्योगिक राजधानी है, जो मालवा पठार एवं सरस्वती नदी और खान नदी के किनारे
भारत, भारतीय गणराज्य के रूप में अधिकृत रूप से जाना जाता है, जो दक्षिण एशिया में स्थित है। इसका अधिकारिक नाम दो हैं: “भारत” और “इंडिया”। भारत को “हिंदुस्तान” भी कहा जाता है। यह प्राचीनकाल में “आर्यावर्त” या “जंबूद्वीप” के नाम से भी जाना जाता था। भारत क्षेत्रफल में सातवां सबसे बड़ा देश है । 2023 के जून के अनुसार यह सबसे अधिक आबादी वाला देश है। इसे विश्व की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में 1947 से माना जाता है। भारतीय महासागर, अरब सागर, और बंगाल की खाड़ी से घिरा हुआ है। यह पाकिस्तान, चीन, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, और म्यांमार के साथ सीमा साझा करता है। अंडमान और निकोबार द्वीप समुद्री सीमा अग्रणी देशों थाईलैंड, म्यांमार, और इंडोनेशिया के साथ साझा करते हैं।
मानव अब प्राचीन काल में 55,000 साल पहले अफ्रीका से भारतीय उपमहाद्वीप पर आए थे। यहां के मानवीय आनुवंशिक संविविधता अफ्रीका के बाद दूसरा सबसे अधिक है। आबादी 9,000 वर्ष पूर्व इंडस नदी की पश्चिमी धारों में स्थित जीवन की शुरुआत के साथ ही हुई थी। संस्कृत भाषा का प्रसार 1200 BC में हुआ था। रिगवेद भारत में हिन्दू धर्म के आरम्भ का विवरण करता है। बौद्ध और जैन धर्म लगभग 400 BC में उत्पन्न हुए थे। ब्रिटिश शासन 1858 में ब्रिटिश पूर्व भारत कंपनी के नियम के बाद शुरू हुआ। स्वतंत्रता 1947 में प्राप्त की गई, जिसके बाद भारत और पाकिस्तान में विभाजन हुआ।आधुनिक भारत एक संघीय गणराज्य है जो 1950 से है।
India me ghumne ki jagah kaunsi hai?
इंडिया में घूमने की जगह में ताज महल, उदयपुर, हवा महल, गेटवे ऑफ़ इंडिया, जयपुर, लाल किला, साबरमती गांधी आश्रम, एलोरा गुफाएँ, हम्पी में समूह स्मारक, नहरगढ़ किला, आगरा, हुमायूं का मकबरा, सिटी पैलिस, अम्बर का किला, दिल्ली, जामा मस्जिद, गोवा, जैसलमेर का किला, माउंट आबू, और मेहरानगढ़ किला शामिल है।
India me ghumne ki jagah list niche di gayi hai.
ताज महल, भारत के आगरा शहर में स्थित, एक अत्यंत प्रसिद्ध घूमने की जगह है। इसे मुगल सम्राट शाहजहाँ ने अपनी प्रिय पत्नी मुमताज़ महल की याद में बनवाया था। ताज महल का निर्माण 1631 में शुरू हुआ और 1648 में पूरा हुआ। इसका निर्माण सफेद संगमरमर से किया गया था जो कि मकराना, राजस्थान से लाया गया था। यह भवन अपनी खूबसूरती और वास्तुकला के लिए जाना जाता है।
अनुभव करने लायक चीज़ें और देखने लायक जगहें
ताज महल घूमने की जगह में यात्री विशाल बगीचे, फव्वारे और एक विशाल प्रवेश द्वार का अनुभव कर सकते हैं। परिसर में मुख्य मकबरा, जिसे फूलों और कीमती पत्थरों से सजाया गया है, और चार मीनारें हैं जो इसकी भव्यता को और भी बढ़ाती हैं। यात्रियों को यहाँ पर विभिन्न प्रकार के इतिहास से जुड़े कलाकृतियों को देखने को मिलता है, और वे ताज म्यूज़ियम में शाहजहाँ और मुमताज़ की मूर्तियाँ भी देख सकते हैं।
खुलने का समय और प्रवेश शुल्क
ताज महल के दर्शन के समय सूर्योदय से 30 मिनट पहले शुरू होकर सूर्यास्त से 30 मिनट पहले तक होते हैं। शुक्रवार को छोड़कर प्रत्येक दिन यह खुला रहता है। भारतीय नागरिकों और SAARC देशों के नागरिकों के लिए प्रवेश शुल्क 50 रुपये है, जबकि विदेशी यात्रियों के लिए यह 1100 रुपये है। मुख्य मकबरा में प्रवेश के लिए प्रत्येक यात्री को अतिरिक्त 200 रुपये देने पड़ते हैं। 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए प्रवेश निःशुल्क है।
उदयपुर, भारत का एक प्रमुख घूमने की जगह, राजस्थान राज्य में स्थित है। इसे “पूर्व का वेनिस” भी कहा जाता है। उदयपुर की स्थापना 1559 में महाराणा उदय सिंह II ने की थी। यह शहर अपने ऐतिहासिक किलों, राजसी महलों, विशाल झीलों और आकर्षक बाजारों के लिए प्रसिद्ध है।
अनुभव करने लायक चीज़ें और देखने लायक जगहें
उदयपुर अपनी सुंदरता और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। यहाँ के प्रमुख आकर्षणों में उदयपुर सिटी पैलेस, लेक पैलेस, और जग मंदिर शामिल हैं। पर्यटक यहाँ की झीलों पर नौका विहार का आनंद ले सकते हैं और स्थानीय बाजारों से खरीदारी कर सकते हैं। उदयपुर की यात्रा उनके लिए भी खास हो सकती है जो कला और संस्कृति के प्रेमी हैं।
खुलने का समय और प्रवेश शुल्क
उदयपुर में प्रवेश शुल्क और खुलने का समय विभिन्न आकर्षणों के अनुसार भिन्न होता है। उदाहरण के लिए, सिटी पैलेस का दर्शनीय समय सुबह 9:30 से शाम 5:30 तक होता है, जिसका शुल्क वयस्कों के लिए 30 रुपये और बच्चों के लिए 15 रुपये है। जग मंदिर और लेक पैलेस जैसे स्थलों पर कोई प्रवेश शुल्क नहीं है, लेकिन नाव की सवारी के लिए अलग से शुल्क लिया जाता है। यह शहर अपनी वास्तुकला और इतिहास के लिए यात्रियों को आकर्षित करता है, और यहाँ के सौंदर्य की प्रशंसा करने के लिए दिनभर पर्याप्त है।
हवा महल जयपुर में स्थित एक प्रमुख घूमने वाली जगह है, जिसे 1799 में महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने बनवाया था। इसकी वास्तुकला भारतीय राजपूत शैली में है, जो इसे एक खास घूमने वाली जगह बनाती है। हवा महल का निर्माण राजकुमारियों को सड़क पर होने वाले त्योहारों को देखने की सुविधा देने के लिए किया गया था। महल में 953 खिड़कियां हैं जो हवा को अंदर आने देती हैं, इसलिए इसे ‘पैलेस ऑफ विंड्स’ भी कहा जाता है।
अनुभव करने लायक चीज़ें और देखने लायक जगहें
हवा महल अपनी विशेष वास्तुकला और इतिहास के लिए जाना जाता है। पर्यटक यहाँ आकर राजस्थानी कला और संस्कृति का अनुभव कर सकते हैं। इसके अलावा, जयपुर की सिटी पैलेस और जंतर मंतर जैसे निकटवर्ती आकर्षण भी हैं जिन्हें देखने योग्य हैं। हवा महल से जयपुर शहर का मनोरम दृश्य दिखाई देता है, जो यात्रियों को बेहद पसंद आता है।
खुलने का समय और प्रवेश शुल्क
हवा महल के दर्शनीय समय प्रतिदिन सुबह 9 बजे से शाम 4:30 बजे तक होते हैं। भारतीय पर्यटकों के लिए प्रवेश शुल्क 50 रुपये प्रति व्यक्ति है और विदेशी पर्यटकों के लिए 200 रुपये प्रति व्यक्ति है। यह महल अपने अद्वितीय डिजाइन और वास्तुशिल्प के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है।
गेटवे ऑफ इंडिया, मुंबई का एक प्रमुख घूमने की jagah है, जिसे 1924 में पूरा किया गया था। इसका निर्माण जॉर्ज पंचम की भारत यात्रा की याद में किया गया था। इसे जॉर्ज विटेट द्वारा डिज़ाइन किया गया था और इसकी वास्तुकला गुजराती इंडो-इस्लामिक शैली का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। इस घूमने के लायक जगह की ऊंचाई 26 मीटर है और यह मुंबई के कोलाबा क्षेत्र में स्थित है।
अनुभव करने लायक चीज़ें और देखने लायक जगहें
गेटवे ऑफ इंडिया की मुख्य विशेषताएँ इसकी भव्यता और सुंदरता में निहित हैं। पर्यटक यहाँ आकर समुद्र के खूबसूरत दृश्य का आनंद ले सकते हैं और ताज होटल की भव्यता को देख सकते हैं। यह स्थान विभिन्न सांस्कृतिक और मनोरंजन गतिविधियों का केंद्र भी है। यहाँ से एलिफेंटा गुफाओं के लिए नौका सेवाएँ भी उपलब्ध हैं, जो यहाँ की यात्रा को और भी रोमांचक बना देती हैं।
खुलने का समय और प्रवेश शुल्क
गेटवे ऑफ इंडिया 24 घंटे खुला रहता है और यहाँ प्रवेश निःशुल्क है। यहाँ नौका की सवारी के लिए शुल्क लगभग 150 रुपये प्रति वयस्क है, और एलिफेंटा गुफाओं के लिए यह शुल्क 150 रुपये है। इस घूमने की जगह की खूबसूरती रात में और भी बढ़ जाती है जब यह रोशनी से जगमगा उठती है।
जयपुर, राजस्थान के उत्तर-पश्चिमी भाग में स्थित , भारत की राजधानियों में से एक है। यह घूमने के लायक शहर 1727 में सवाई जय सिंह द्वितीय द्वारा स्थापित किया गया था, जो आमेर के कच्छवाहा राजपूत शासक थे। जयपुर को ‘पिंक सिटी’ के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यहां की अधिकांश इमारतें गुलाबी रंग की हैं। जयपुर अपनी योजनाबद्ध नगर योजना के लिए प्रसिद्ध है, जिसे विद्याधर भट्टाचार्य ने डिज़ाइन किया था।
अनुभव करने लायक चीज़ें और देखने लायक जगहें
जयपुर में पर्यटक विभिन्न ऐतिहासिक स्मारकों और वास्तुकला की विशेषताओं का अनुभव कर सकते हैं, जिसमें हवा महल, आमेर किला, जंतर मंतर, और सिटी पैलेस शामिल हैं। यह शहर संग्रहालयों, कला गैलरी और चहल-पहल भरे बाजारों के लिए भी प्रसिद्ध है, जो इसे एक घूमने की जगह बनाते हैं। यहां की प्रमुख गतिविधियाँ में शिल्प और कला की खरीदारी, स्थानीय व्यंजनों का स्वाद लेना और राजस्थानी संस्कृति में डूबना शामिल है।
खुलने का समय और प्रवेश शुल्क
जयपुर के प्रमुख पर्यटन स्थलों के दर्शनीय समय सामान्यतः प्रातः 9 बजे से शाम 5 बजे तक होते हैं। यहां के अधिकांश स्मारकों और संग्रहालयों में प्रवेश शुल्क लगता है, जो भारतीय नागरिकों के लिए अलग और विदेशी पर्यटकों के लिए अलग होता है। इस घूमने के लिए जगह में विशेष त्यौहारों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के दौरान कभी-कभी विशेष आयोजन भी किए जाते हैं।
लाल किला भारत के दिल्ली शहर में स्थित एक प्रमुख इतिहासिक घूमने की जगह है। इसे मुग़ल सम्राट शाहजहां ने १२ मई १६३९ को निर्माण कार्य शुरू करवाया था और ६ अप्रैल १६४८ को इसका निर्माण पूरा हुआ। इस किले का मूल नाम ‘क़िला-ए-मुबारक’ है जिसका अर्थ होता है ‘धन्य किला’। इसकी वास्तुकला इंडो-इस्लामिक शैली में की गई है जिसके लिए वास्तुकार उस्ताद अहमद लाहौरी जिम्मेदार थे, जिन्होंने ताजमहल का भी निर्माण किया था।
अनुभव करने लायक चीज़ें और देखने लायक जगहें
लाल किला अपनी वास्तुकला और इतिहास के लिए प्रसिद्ध है। घूमने वालों को यहाँ दीवान-ए-आम, दीवान-ए-खास, रंग महल और अन्य भवन देखने को मिलते हैं, जो कि शाही परिवार के लिए निर्मित किए गए थे। यह किला लाल बलुआ पत्थर से बना हुआ है जो इसे एक अलग पहचान देता है। इस किले के निकट मुख्य आकर्षणों में जामा मस्जिद और चांदनी चौक शामिल हैं, जो पर्यटकों को भारतीय संस्कृति और इतिहास की गहराई में ले जाते हैं।
खुलने का समय और प्रवेश शुल्क
लाल किले का दर्शनीय समय सुबह 9:30 से शाम 4:30 तक होता है, जो कि सोमवार को छोड़कर सप्ताह के हर दिन खुला रहता है। भारतीय नागरिकों के लिए प्रवेश शुल्क ₹35 है जबकि विदेशी पर्यटकों के लिए यह शुल्क ₹500 है। विशेष रूप से लाल किला प्रकाश और ध्वनि शो के लिए अतिरिक्त शुल्क लिया जाता है, जो सप्ताहांत में वयस्कों के लिए ₹80 और बच्चों के लिए ₹30 है। यह शो हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में प्रदर्शित किया जाता है, जो किले के इतिहास और महत्व को दर्शाता है।
साबरमती गांधी आश्रम, जिसे गांधी आश्रम भी कहा जाता है, यह अहमदाबाद में साबरमती नदी के किनारे स्थित घूमने के लिए जगह है। यह आश्रम 1917 में महात्मा गांधी द्वारा स्थापित किया गया था और यह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महत्वपूर्ण केंद्रों में से एक रहा है। गांधी जी ने यहाँ 1917 से 1930 तक निवास किया और 1930 में इसी आश्रम से दांडी मार्च की शुरुआत की थी। आज यह आश्रम एक संग्रहालय के रूप में चिन्हित है जहां गांधीजी की विभिन्न वस्तुएँ प्रदर्शित की गई हैं।
अनुभव करने लायक चीज़ें और देखने लायक जगहें
साबरमती गांधी आश्रम में पर्यटक विभिन्न प्रकार की इमारतें और संग्रहालय देख सकते हैं। यहाँ की प्रमुख इमारतें में हृदय कुंज, विनोबा-मीरा कुटीर, नंदिनी, उपासना मंदिर, और मागण निवास शामिल हैं। पर्यटक यहाँ गांधीजी के जीवन और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के बारे में गहराई से जान सकते हैं। आश्रम के निकट अन्य आकर्षणों में कालिको म्यूजियम ऑफ टेक्सटाइल्स, हठीसिंग जैन मंदिर और श्री स्वामिनारायण मंदिर शामिल हैं।
खुलने का समय और प्रवेश शुल्क
साबरमती गांधी आश्रम का दर्शनीय समय प्रातः 8:30 से सायं 6:30 बजे तक होता है और यह सार्वजनिक अवकाश के दिनों सहित सभी दिन खुला रहता है। आश्रम में प्रवेश निःशुल्क है और यहाँ फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी मुफ्त है। इस आश्रम की यात्रा के दौरान पर्यटक गांधीजी के जीवन और उनकी विचारधारा को करीब से जानने का अवसर प्राप्त कर सकते हैं।
एलोरा गुफाएँ, महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में स्थित घूमने वाली जगह हैं। यह गुफाएँ 600 से 1000 ईस्वी के दौरान निर्मित की गईं। यह गुफाएँ हिन्दू, बौद्ध और जैन धर्मों की प्रतिष्ठित घूमने की जगह हैं। इनमें से कुछ गुफाओं का निर्माण राष्ट्रकूट राजवंश और यादव वंश द्वारा किया गया था। ये गुफाएँ सांस्कृतिक और धार्मिक सद्भाव का प्रतीक हैं।
अनुभव करने लायक चीज़ें और देखने लायक जगहें
एलोरा की गुफाएँ अपनी वास्तुकला और मूर्तिकला के लिए जानी जाती हैं। यहाँ की प्रमुख गुफाओं में कैलाश मंदिर गुफा, विश्वकर्मा गुफा, और जैन गुफाएँ शामिल हैं। पर्यटक यहाँ पर प्राचीन भारतीय सभ्यता और धार्मिक गाथाओं का अनुभव कर सकते हैं। इसके अलावा, आसपास के आकर्षणों में अजंता गुफाएँ और ग्रिश्नेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर शामिल हैं।
खुलने का समय और प्रवेश शुल्क
एलोरा गुफाएँ सप्ताह के सभी दिनों में मंगलवार को छोड़कर सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक खुली रहती हैं। भारतीय और SAARC तथा BIMSTEC देशों के नागरिकों के लिए प्रवेश शुल्क ₹40 है, जबकि अन्य विदेशी नागरिकों के लिए शुल्क ₹600 है। 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए प्रवेश निःशुल्क है।
हम्पी के समूह स्मारक भारत के कर्नाटक राज्य में स्थित घूमने वाली जगह हैं। यह विजयनगर साम्राज्य की राजधानी थी, जो 14वीं से 16वीं सदी तक फली-फूली। इस घूमने की जगह में अद्वितीय द्रविड़ शैली के मंदिर और महल हैं। 1565 में दक्कन के मुस्लिम गठबंधन ने इसे जीत लिया और छह महीने में लूटपाट करके छोड़ दिया।
अनुभव करने लायक चीज़ें और देखने लायक जगहें
हम्पी के भव्य स्मारकों में श्री विरुपाक्ष मंदिर, विट्ठल मंदिर, और हजार रामा मंदिर शामिल हैं। पर्यटक यहां की संरचनाओं में उत्कृष्ट नक्काशी देख सकते हैं। हम्पी में बाजार, गली-मोहल्ले और पुरातत्विक स्थल भी घूमने योग्य हैं। नजदीकी आकर्षणों में तुंगभद्रा नदी और आसपास के पहाड़ी इलाके शामिल हैं।
खुलने का समय और प्रवेश शुल्क
हम्पी के समूह स्मारक सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक खुले रहते हैं। भारतीय नागरिकों के लिए प्रवेश शुल्क ₹35 है और विदेशी नागरिकों के लिए ₹550 है। 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए प्रवेश निःशुल्क है। विट्ठल मंदिर और अन्य कुछ स्थलों के लिए अलग से टिकट लेना पड़ता है।
नहरगढ़ किला राजस्थान के जयपुर में स्थित पर्यटन स्थल है। इसे 1734 में महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने बनवाया था। यह घूमने की जगह अरावली पर्वतमाला पर स्थित है और जयपुर शहर का अद्भुत नज़ारा प्रदान करता है। किले का मूल नाम सुदर्शनगढ़ था, जिसे बाद में नहर सिंह भोमिया की आत्मा की शांति के लिए नहरगढ़ नाम दिया गया।
अनुभव करने लायक चीज़ें और देखने लायक जगहें
नहरगढ़ किले में मुख्य आकर्षण माधवेंद्र भवन है, जो भारतीय-यूरोपीय वास्तुशिल्प शैली में निर्मित है। इस किले में राजा और उनकी रानियों के लिए अलग-अलग निवास स्थान हैं। पर्यटक यहां दीवान-ए-आम, शीश महल और मोम का म्यूजियम देख सकते हैं। नजदीकी आकर्षणों में जयगढ़ किला, जल महल और आमेर किला शामिल हैं।
खुलने का समय और प्रवेश शुल्क
किले का दर्शनीय समय प्रतिदिन सुबह 10:00 बजे से शाम 5:30 बजे तक है। भारतीय पर्यटकों के लिए प्रवेश शुल्क ₹50 है और छात्रों के लिए ₹25 है। विदेशी पर्यटकों के लिए शुल्क ₹200 है। शीश महल और मोम का म्यूजियम देखने के लिए अलग से शुल्क लिया जाता है, जो कि भारतीयों के लिए ₹500 और विदेशियों के लिए ₹700 है।
आगरा भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित है और यमुना नदी के किनारे बसा हुआ दर्शनीय स्थल है। इस घूमने की जगह का इतिहास मुगल साम्राज्य से जुड़ा हुआ है। आगरा का स्वर्णिम काल मुगल सम्राटों के राज में था जब यहाँ ताजमहल, आगरा किला, और फतेहपुर सीकरी जैसे भव्य स्मारक बनाए गए थे।
अनुभव करने लायक चीज़ें और देखने लायक जगहें
आगरा अपने मुगल वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। ताजमहल, जो कि एक विश्व धरोहर स्थल है, यहाँ का मुख्य आकर्षण है। इसके अलावा, आगरा किला और फतेहपुर सीकरी भी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। आगरा के बाज़ार स्थानीय शिल्प और खान-पान की विविधताएँ प्रदान करते हैं, जिसमें पेठा और मुगलई व्यंजन प्रमुख हैं।
खुलने का समय और प्रवेश शुल्क
ताजमहल का दर्शनीय समय सुबह 6 बजे से शाम 6:30 बजे तक होता है, शुक्रवार को छोड़कर। आगरा किला और फतेहपुर सीकरी भी सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक खुले रहते हैं। इन स्थलों का प्रवेश शुल्क भारतीय नागरिकों के लिए ₹40 से ₹50 के बीच होता है और विदेशी नागरिकों के लिए यह शुल्क अधिक होता है।
हुमायूं का मकबरा, दिल्ली के निज़ामुद्दीन पूर्वी क्षेत्र में स्थित दर्शनीय स्थल है। इसे मुगल सम्राट हुमायूं के लिए उनकी पहली पत्नी और मुख्य महारानी, बेगा बेगम ने 1565 में बनवाया था और यह 1572 में पूरा हुआ। इसकी स्थापना भारतीय उपमहाद्वीप पर पहली बगीचा-मकबरा शैली में की गई थी और यह लाल बलुआ पत्थर का व्यापक उपयोग करने वाली पहली संरचना थी। इस घूमने के लायक जगह को 1993 में यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था।
अनुभव करने लायक चीज़ें और देखने लायक जगहें
हुमायूं का मकबरा अपनी चारबाग शैली के बगीचे के लिए जाना जाता है, जिसमें चार हिस्सों में बंटा हुआ एक विशाल उद्यान है जो मुगल वास्तुकला की खासियत है। मकबरे के प्रमुख आकर्षणों में मुख्य मकबरा, इसा खान का मकबरा, और अन्य छोटे स्मारक शामिल हैं जो मुगल वास्तुकला की उत्कृष्टता को दर्शाते हैं। यह स्थल दिल्ली में अन्य मुगल स्मारकों जैसे कि सफदरजंग का मकबरा और लोधी गार्डन के निकट स्थित है।
खुलने का समय और प्रवेश शुल्क
मकबरे का दर्शनीय समय प्रतिदिन सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक होता है। भारतीय नागरिकों के लिए प्रवेश शुल्क ₹30 है और विदेशी नागरिकों के लिए ₹500 है। 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए प्रवेश निःशुल्क है। मकबरे में प्रवेश करते समय सभी दर्शकों को सुरक्षा जांच से गुजरना पड़ता है।
सिटी पैलेस जयपुर में स्थित पर्यटन स्थल है और इसे सवाई जय सिंह द्वितीय ने 1727 में बनवाया था। यह घूमने की जगह राजपूत और मुगल वास्तुकला का संगम प्रस्तुत करती है। पैलेस की मुख्य इमारतें चन्द्र महल और मुबारक महल हैं। इसमें गोविंद देवजी का मंदिर भी है, जो कृष्ण भक्तों के लिए खास आकर्षण है। इस पैलेस का निर्माण जयपुर शहर की स्थापना के समय किया गया था।
अनुभव करने लायक चीज़ें और देखने लायक जगहें
सिटी पैलेस में दिवान-ए-आम, दिवान-ए-खास, चन्द्र महल, मुबारक महल, और महारानी पैलेस जैसे विभिन्न खंड हैं। यहाँ की सजावट में भव्य दरवाजे, खूबसूरत छतरियाँ और विशाल आंगन शामिल हैं। प्रीतम निवास चौक में चार ऋतुओं को दर्शाने वाले चार दरवाजे हैं। पर्यटक यहां जयपुर के राजा के जीवन और शासन काल के बारे में जान सकते हैं। आसपास के दर्शनीय स्थलों में जंतर मंतर, हवा महल, जोहरी बाजार और अमर किला शामिल हैं।
खुलने का समय और प्रवेश शुल्क
सिटी पैलेस का दर्शनीय समय प्रतिदिन सुबह 9:30 बजे से शाम 5:00 बजे तक होता है। भारतीय नागरिकों के लिए प्रवेश शुल्क ₹200 है और विदेशी पर्यटकों के लिए ₹700 है। छात्रों और बच्चों के लिए प्रवेश शुल्क में 50% की छूट प्रदान की जाती है। पैलेस के कुछ विशेष क्षेत्रों के लिए अतिरिक्त शुल्क लग सकता है।
अम्बर का किला जयपुर के पास स्थित टूरिस्ट प्लेस है और इसे 1592 में महाराजा मान सिंह प्रथम ने बनवाया था। यह किला राजपूत और मुगल शैली का संगम प्रदर्शित करता है और इसे यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल भी घोषित किया गया है। यह घूमने के लायक जगह है जो अपनी वास्तुकला और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है।
अनुभव करने लायक चीज़ें और देखने लायक जगहें
अम्बर का किला अपने शीश महल, दीवान-ए-आम, दीवान-ए-खास, और सुख निवास के लिए जाना जाता है। पर्यटक यहां की मूर्तिकला, विस्तृत दरवाजों और बारीक नक्काशी की प्रशंसा कर सकते हैं। यहाँ का मुख्य आकर्षण शीश महल है, जहां एक छोटी सी मोमबत्ती से पूरा कमरा रोशन हो जाता है। अम्बर का किला पर्यटकों को राजपूत राजाओं के शानदार जीवनशैली की झलक प्रदान करता है।
खुलने का समय और प्रवेश शुल्क
किले का दर्शनीय समय सुबह 8 बजे से शाम 7 बजे तक होता है। विदेशी पर्यटकों के लिए प्रवेश शुल्क ₹550 है और भारतीय पर्यटकों के लिए ₹50 है। छात्रों के लिए शुल्क में छूट उपलब्ध है। किले में एक लोकप्रिय लाइट और साउंड शो भी होता है जो इसके इतिहास को दर्शाता है और इसकी टिकट की कीमत ₹295 है।
दिल्ली भारत की राजधानी है और यह घूमने की जगह के रूप में बहुत प्रसिद्ध है। यह उत्तर भारत में स्थित है और इसका इतिहास मुगल साम्राज्य और दिल्ली सल्तनत से जुड़ा हुआ है। दिल्ली ने कई राजवंशों की राजधानी के रूप में काम किया है और इसकी स्थापना माना जाता है कि इंद्रप्रस्थ के रूप में महाभारत काल में हुई थी।
अनुभव करने लायक चीज़ें और देखने लायक जगहें
दिल्ली में कई पर्यटन स्थल हैं जैसे कि लाल किला, कुतुब मीनार, इंडिया गेट, और लोटस टेम्पल। ये स्मारक इसकी समृद्ध विरासत को दर्शाते हैं। दिल्ली अपने विभिन्न बाज़ारों, जैसे कि चांदनी चौक और सरोजिनी नगर के लिए भी जानी जाती है, जहां खरीदारी के शौकीनों के लिए अनेक विकल्प मौजूद हैं।
खुलने का समय और प्रवेश शुल्क
दिल्ली के पर्यटन स्थलों के खुलने का समय सामान्यतः सुबह ९ बजे से शाम ५ बजे तक होता है। प्रवेश शुल्क विभिन्न स्थलों के लिए अलग-अलग होता है, जैसे कि भारतीय नागरिकों के लिए लाल किले में प्रवेश शुल्क ₹35 है और विदेशी नागरिकों के लिए ₹500 है। इसके अलावा, दिल्ली में कई मुफ्त दर्शनीय स्थल भी हैं जैसे कि इंडिया गेट और राजघाट।
जामा मस्जिद, दिल्ली के पुराने इलाके में स्थित एक प्रमुख घूमने की जगह है। इसे मुगल सम्राट शाहजहां ने 1644 में बनवाया था और 1656 में इसका निर्माण पूरा हुआ। मस्जिद का शुरुआती नाम ‘मस्जिद-ए-जहां नुमा’ था, जिसका अर्थ है ‘दुनिया को प्रतिबिंबित करने वाली मस्जिद’। यह दिल्ली के सबसे बड़े और महत्वपूर्ण मस्जिदों में से एक है।
अनुभव करने लायक चीज़ें और देखने लायक जगहें
जामा मस्जिद अपनी भव्य वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। इसकी संरचना में लाल बलुआ पत्थर और सफेद संगमरमर का उपयोग हुआ है। मस्जिद में तीन बड़े गुंबद, दो मीनारें और चार टावर हैं। इसमें एक विशाल आँगन है जो एक समय में 25,000 लोगों को समाहित कर सकता है। मस्जिद के पास चांदनी चौक और लाल किला जैसे पर्यटन स्थल भी हैं।
खुलने का समय और प्रवेश शुल्क
मस्जिद का दर्शनीय समय सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे और दोपहर 1:30 से शाम 6:30 तक होता है। प्रवेश निःशुल्क है, हालांकि मीनारों में प्रवेश के लिए ₹100 का शुल्क है। कैमरा ले जाने पर ₹300 का शुल्क लगता है। मस्जिद मेट्रो स्टेशन यहाँ का निकटतम मेट्रो स्टेशन है।
गोवा भारत के पश्चिमी तट पर स्थित एक छोटा राज्य एवं टुरिस्ट प्लेस है, जो अपने समुद्र तटों, पुर्तगाली वास्तुकला और जीवंत नाइटलाइफ के लिए प्रसिद्ध है। गोवा की स्थापना पुर्तगाली साम्राज्य के रूप में हुई थी और 1961 में यह भारत का हिस्सा बना। पणजी इसकी राजधानी है और वास्को द गामा इसका सबसे बड़ा शहर है। गोवा की अधिकारिक भाषा कोंकणी है, और मराठी भी यहां की सह-अधिकारिक भाषा है।
अनुभव करने लायक चीज़ें और देखने लायक जगहें
गोवा एक घूमने की जगह है जो पर्यटकों को विविध अनुभव प्रदान करती है। पर्यटक यहाँ के समुद्र तटों पर आराम कर सकते हैं और विभिन्न जलीय खेलों में भाग ले सकते हैं। बागा और कैलंग्यूट जैसे समुद्र तट पर पैरासेलिंग, बनाना बोट राइड्स और जेट-स्कीइंग की सुविधा उपलब्ध है। गोवा में दुनियाभर से पर्यटक आते हैं, जिससे यहां की सांस्कृतिक विविधता और भी बढ़ जाती है।
खुलने का समय और प्रवेश शुल्क
गोवा में प्रवेश करने के लिए कोई प्रवेश शुल्क नहीं है, लेकिन कुछ पर्यटक स्थलों पर प्रवेश शुल्क लिया जा सकता है। यहां के पर्यटन स्थल सुबह 9 बजे से शाम 6:30 बजे तक खुले रहते हैं। गोवा के कई समुद्र तट और पर्यटक स्थलों का आनंद लेने के लिए आमतौर पर एक सप्ताह का समय पर्याप्त होता है।
जैसलमेर का किला राजस्थान के जैसलमेर शहर में स्थित घूमने वाली जगह है, जिसे रावल जैसल ने 1156 ईस्वी में बनवाया था। यह किला अपनी विशेषता के कारण ‘सोनार किला’ या ‘गोल्डन फोर्ट’ के नाम से भी प्रसिद्ध है क्योंकि यह पीले बलुआ पत्थर से बना है जो सूर्यास्त के समय सोने की तरह चमकता है। यह विश्व के कुछ ‘जीवित किलों’ में से एक है, जहाँ का एक चौथाई आबादी अभी भी किले के भीतर निवास करती है। यह स्थल यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के अंतर्गत आता है।
अनुभव करने लायक चीज़ें और देखने लायक जगहें
जैसलमेर किले की वास्तुकला में राजपूत मिलिट्री डिजाइन की खूबियां देखने को मिलती हैं, जिसमें गढ़ी हुई प्राचीरें और बुर्जियां शामिल हैं। किले में प्रमुख आकर्षणों में राज महल, जैन मंदिर और शाही हवेलियाँ हैं, जिनमें से कुछ अब संग्रहालय और दुकानें हैं। यह किला जैसलमेर के विशाल रेगिस्तानी इलाके में स्थित है, जो इसे और भी आकर्षक बनाता है।
खुलने का समय और प्रवेश शुल्क
जैसलमेर किले के दर्शन का समय प्रातः 9 बजे से शाम 5 बजे तक होता है। प्रवेश शुल्क भारतीय पर्यटकों के लिए ₹50 और विदेशी पर्यटकों के लिए ₹250 है। किले में फोटोग्राफी के लिए अतिरिक्त शुल्क भी हो सकता है। किले में आयोजित होने वाले विशेष कार्यक्रमों और प्रदर्शनियों के लिए भी अलग से शुल्क लग सकता है।
माउंट आबू राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित एक हिल स्टेशन है, जिसे अरावली पर्वत श्रेणी में एक प्रमुख घूमने वाली जगह माना जाता है। यह स्थान समुद्र तल से 1,220 मीटर की ऊंचाई पर है और इसका इतिहास पुराणों में भी वर्णित है। माउंट आबू को प्राचीन काल में ‘अर्बुदरण्य’ के नाम से जाना जाता था और माना जाता है कि यहां संत वशिष्ठ ने अपना आश्रम स्थापित किया था।
अनुभव करने लायक चीज़ें और देखने लायक जगहें
माउंट आबू के प्रमुख आकर्षणों में दिलवाड़ा जैन मंदिर, नक्की झील, और अचलगढ़ किला शामिल हैं। दिलवाड़ा मंदिर सफेद संगमरमर से निर्मित है और इसकी नक्काशी अत्यंत बारीक और सुंदर है। नक्की झील एक प्राकृतिक झील है जो पिकनिक स्पॉट के रूप में लोकप्रिय है। अचलगढ़ किला मेवाड़ के महाराणा कुम्भा द्वारा 14वीं शताब्दी में निर्मित एक प्राचीन दुर्ग है।
खुलने का समय और प्रवेश शुल्क
माउंट आबू के दर्शनीय स्थलों का समय आम तौर पर सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक होता है। प्रवेश शुल्क मंदिरों और किलों के लिए भिन्न हो सकता है, लेकिन अधिकांश प्राकृतिक स्थलों पर कोई शुल्क नहीं होता। दिलवाड़ा मंदिर में प्रवेश निःशुल्क है, हालांकि फोटोग्राफी के लिए अनुमति और शुल्क लग सकते हैं।
मेहरानगढ़ किला जोधपुर, राजस्थान में स्थित टूरिस्ट प्लेस है, जिसे 1459 में राव जोधा द्वारा स्थापित किया गया था। यह किला एक पहाड़ी पर बना हुआ है और इसकी दीवारें 36 मीटर ऊंची हैं। मेहरानगढ़ का अर्थ है ‘सूर्य का किला’, जो राठौर राजपूतों के सूर्यवंशी मान्यता को दर्शाता है। इस किले को उसकी भव्यता और वास्तुशिल्प कौशल के लिए जाना जाता है, और यह घूमने के लिए एक प्रमुख स्थल है।
अनुभव करने लायक चीज़ें और देखने लायक जगहें
मेहरानगढ़ किले में मोती महल, फूल महल, शीशा महल, और दौलत खाना जैसे कई महल हैं, जो अपनी विस्तृत नक्काशी और सजावट के लिए प्रसिद्ध हैं। किले में एक संग्रहालय भी है जहाँ प्राचीन युद्ध के हथियार, पालकियाँ, हौदाह, और राजसी वस्त्र संग्रहीत हैं। पर्यटक यहां से जोधपुर शहर का मनोरम दृश्य भी देख सकते हैं।
खुलने का समय और प्रवेश शुल्क
मेहरानगढ़ किले का दर्शनीय समय सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक होता है। प्रवेश शुल्क भारतीय पर्यटकों के लिए ₹100 है और विदेशी पर्यटकों के लिए ₹600 है। किले में फोटोग्राफी के लिए अतिरिक्त शुल्क लगता है। यह किला अपने इतिहास और स्थापत्य कला के लिए दुनियाभर के पर्यटकों को आकर्षित करता है।
भारत में कुछ घूमने की जगहें हैं जैसे कि गोवा, मैकलोडगंज, श्रीनगर, और अंडमान। ये स्थान अपनी विशेषताओं और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध हैं।
भारत के टॉप 10 दर्शनीय स्थलों में गोवा, मैकलोडगंज, श्रीनगर, अंडमान, लेह-लद्दाख, बिनसर, कूर्ग, केरल, कनातल, और कसोल शामिल हैं। ये स्थान अपनी अद्वितीय सुंदरता और पर्यटन की विविधताओं के कारण प्रसिद्ध हैं।
भारत में सबसे ज्यादा घूमने वाली जगह गोवा है। गोवा युवाओं और पर्यटकों के बीच अपने समुद्र तटों, शानदार नाइटलाइफ और उत्सवी माहौल के कारण बेहद लोकप्रिय है। यहाँ की आकर्षक संस्कृति और खुला वातावरण लोगों को बार-बार यहां खींच लाता है।
भारत में गर्मियों में घूमने की कुछ प्रमुख जगहें हैं मनाली, शिमला, लद्दाख, औली और नैनीताल। ये स्थान अपनी सुंदरता और ठंडे मौसम के लिए जाने जाते हैं।
मई में घूमने की कुछ उत्कृष्ट जगहें हैं स्पीति, बिर बिलिंग, केरल, मैकलोडगंज और लैंसडाउन। ये स्थान अपनी विशेषताओं के कारण मई के महीने में घूमने के लिए आदर्श माने जाते हैं।
भारत में घूमने की ठंडी जगहों में कारगिल (जम्मू और कश्मीर), हेमकुंड साहिब (उत्तराखंड), लेह लद्दाख, उत्तरी सिक्किम, और स्पीति घाटी (हिमाचल प्रदेश) शामिल हैं।
भारत में कुल 100 से अधिक हिल स्टेशन हैं। प्रमुख हिल स्टेशनों में शिमला, मनाली, नैनीताल, मसूरी, ओटी, और दार्जिलिंग शामिल हैं। यहाँ जाकर आप घास के मैदान में ट्रेकिंग, रिवर राफ़्टिंग, पर्वतारोहण, और पिकनिक का आनंद उठा सकते हैं। हिल स्टेशनों को यात्रा करने का सबसे अच्छा समय अप्रैल से जून और सितंबर से नवंबर है, जब मौसम सुहावना होता है और प्राकृतिक सौंदर्य अपनी खूबसूरती दिखाता है।
भारत में कम बजट में घूमने की जगहें पुदुचेरी, पुष्कर, कोडैकनाल, दार्जिलिंग, और गोकर्ण हैं।
2 दिन के लिए भारत में घूमने की जगह में गोवा, आगरा, जयपुर, मनाली, और कोच्चि शामिल है।
भारत में घूमने का सबसे अच्छा मौसम आम तौर पर अक्टूबर से मार्च के बीच का माना जाता है। इस दौरान मौसम सुहाना रहता है, न ज्यादा गर्मी होती है और न ही ज्यादा सर्दी। यह इधर-उधर घूमने के लिए आदर्श है क्योंकि आप तेज धूप या कठोर सर्दी का सामना किए बिना दर्शनीय स्थलों को देख सकते हैं।
भारत के प्रसिद्ध स्थानों में ताजमहल, गोल्डन ट्रायंगल, गोवा, अमृतसर, जयपुर, वाराणसी, दर्जीलिंग, मुंबई, और अजंता एलोरा शामिल हैं। ये स्थान भारतीय सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक हैं और पर्यटकों के बीच लोकप्रिय हैं। इन स्थानों में ऐतिहासिक महत्व, सांस्कृतिक धरोहर, और प्राकृतिक सौंदर्य का अद्वितीय संगम है।
भारत के सबसे खुबसूरत स्थान में ताजमहल, गोल्डन ट्रायंगल, गोवा, अमृतसर, जयपुर, वाराणसी, दर्जीलिंग, मुंबई, और अजंता एलोरा शामिल हैं। ये स्थान भारतीय सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक हैं और पर्यटकों के बीच लोकप्रिय हैं। इन स्थानों में ऐतिहासिक महत्व, सांस्कृतिक धरोहर, और प्राकृतिक सौंदर्य का अद्वितीय संगम है।
भारत पहुंचने के लिए आप हवाई जहाज से, रेल से, सड़क से या समुद्र से पहुंच सकते हैं।
भारत में रुकने के लिए सर्वश्रेष्ठ होटल्स में शामिल हैं ओबेरॉय न्यू दिल्ली, लीला पैलेस उदयपुर, आरएएस देवीगढ़, निरामया रिट्रीट्स सूर्या समुद्र कोवालम, एवोल्व बैक काबिनी, वेस्टिन गुरुग्राम, ताज महल टॉवर मुंबई, शांग्री-ला एरोस न्यू दिल्ली, ताज फलकनुमा पैलेस, और ताज लेक पैलेस उदयपुर। ये होटल्स भारतीय आतिथ्य की शानदार परंपरा को प्रस्तुत करते हैं और विलासिता के अनुभव को बढ़ाते हैं। इनमें से प्रत्येक होटल अपनी विशेषताएं प्रदान करता है, जैसे कि आलीशान स्पा, अनोखे गोल्फ कोर्स के दृश्य, और ऐतिहासिक महत्व के स्थलों की निकटता।
भारत में सर्वश्रेष्ठ खाने में अमृतसरी कुलचा, मुर्ग मखनी, टिक्का, हैदराबादी बिरयानी, और चिकन 65 शामिल हैं।
इंदौर, मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक और औद्योगिक राजधानी है, जो मालवा पठार एवं सरस्वती नदी और खान नदी के किनारे
ग्वालियर मध्य प्रदेश राज्य का एक प्रमुख शहर है, जो अपने समृद्ध इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर के लिए विख्यात है।
जबलपुर मध्य प्रदेश के महत्वपूर्ण शहरों में से एक है। यह शहर नर्मदा नदी के किनारे स्थित है। यह भोपाल
भोपाल, भारत के मध्य प्रदेश राज्य की राजधानी और भोपाल जिले का प्रशासनिक मुख्यालय है। इसे ‘झीलों का शहर’ के
उज्जैन मध्य प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र में स्थित एक प्राचीन नगर है। यह शिप्रा नदी के किनारे बसा है। यह